जीत मन में छुपी हैं!
दोस्तों क्या पानी कुए से बहार हैं. जब भी हम पानी की बात करते हैं तो यही कहते हैं की कुए से पानी निकल लो. दोस्तों हमारी हार या जीत भी हमारे अनादर ही छुपी हैं. फर्क सिर्फ उस लक्ष्य को पहचानने में हैं.
रामायण में उड़ने की कला हनुमान छुपी थी लेकिन हनुमान को पता नहीं था. जब समय आया और विपत्ति आयी तो जामवन्तजी ने हनुमान को सात समुन्दर पार उड़कर जाने की कला बता दी और जामवंत जी ने हनुमान जी से कहा की उड़ने के कला तो आपमें पहले से हैं लेकिन अपने उस पर ध्यान नहीं दिय या उसकी जरुरत अभी तक पड़ी नहीं। अतः मेरा मोटिवेशन यही हैं की अपने आप को पहचानो और अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करो और मन में ठान लो की मेरी मंजिल मुझे अवश्य मिलेगी। मै दावे के साथ कहता हूँ की आपको आपकी मंजिल तक पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता।
किसी ने सही कहा हैं मन के हारे हार है, मन के जीते जीत.
दोस्तों क्या पानी कुए से बहार हैं. जब भी हम पानी की बात करते हैं तो यही कहते हैं की कुए से पानी निकल लो. दोस्तों हमारी हार या जीत भी हमारे अनादर ही छुपी हैं. फर्क सिर्फ उस लक्ष्य को पहचानने में हैं.
रामायण में उड़ने की कला हनुमान छुपी थी लेकिन हनुमान को पता नहीं था. जब समय आया और विपत्ति आयी तो जामवन्तजी ने हनुमान को सात समुन्दर पार उड़कर जाने की कला बता दी और जामवंत जी ने हनुमान जी से कहा की उड़ने के कला तो आपमें पहले से हैं लेकिन अपने उस पर ध्यान नहीं दिय या उसकी जरुरत अभी तक पड़ी नहीं। अतः मेरा मोटिवेशन यही हैं की अपने आप को पहचानो और अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करो और मन में ठान लो की मेरी मंजिल मुझे अवश्य मिलेगी। मै दावे के साथ कहता हूँ की आपको आपकी मंजिल तक पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता।
किसी ने सही कहा हैं मन के हारे हार है, मन के जीते जीत.
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