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Lo Padho

Saturday, June 15, 2019

संघर्ष और सफलता

दोस्तों आपने जीवन में एक शब्द तो हमेशा सुना हैं संघर्ष। हर किसी की जुबान से एक शब्द सुनते हैं की मैंने जीवन में इतना संघर्ष किया इतनी तकलीफ देखी।  मैंने जीवन में इतनी तकलीफ देखी।  क्या कभी सफल इंसान के मुँह से कभी आपने यह सुना हैं की मैंने जीवन में हमेशा मजे किये या आराम किया और अचानक मजे मजे में जिंदगी बन गयी.
  दोस्तों ऐसा कभी नहीं हो सकता। क्यों की बिना तपे  सोने से कभी गहना नहीं बनता। बिना तपे  लोहे से कभी औजार नहीं बनते। जब तक कोई धातु हो या इंसान या पशु कभी सफलता और गुणों की को आत्मसात नहीं कर सकता। जब कोई धातु,इंसान या पशु तपता हैं अर्थात संघर्ष करता हैं तब कुछ फल अर्थात रिजल्ट मिलता हैं. फल और रिजल्ट को ही हम सफलता कहते हैं.

आराम और संघर्ष का हमेशा उल्टा नियम हैं. बादल  भी हवा से संघर्ष करके वर्षा करते हैं. अगर हमे ऊंचाई वाली जगह पर चढ़ना हैं तो ऊंचाई से संघर्ष करना होगा. नियम कहता हैं जितना संघर्ष उतनी सफलता बड़ी. संघर्ष होस हवास  और ध्यान व् ज्ञान के साथ होना जरुरी हैं. जब आपको अच्छे और साफ सुथरे कपडे पहनने का शौक हैं तो आपको बाथरूम में पहले कपडे धोने पड़ेंगे और उस समय आपको मेहनत करनी होगी कपड़ो को रगड़ने के समय आपको पसीना आयेगा और थकान  भी होगी यदि उस समय आप कपडे धोने से डर  गए तो आप साफ सुथरे उजले बिना मेल के कपडे नहीं पहन सकते।

  मेरा जीवन में काफी जगह का अनुभव रहा हैं की भले आप मेहनत करते हैं और फल तुरंत नहीं मिलता लेकिन देर सवेर  आपको उस मेहनत का फल अवशय मिलेगा। आपकी मेहनत और गंभीरता ही आपके जीवन के सफलता के पायदान को तय करती हैं. दोस्तों सदैव फल जल्दी या तुरंत भी अगर न मिले तो अपनी मेहनत में कमी न आने दे.  मेहनत ही वो जड़ी बूटी हैं जो की सफलता रूपी जहाज को आपके पास आने को मजबूर करता हैं.

 मै  और आप अक्सर और प्रतिदिन गली और मुहल्लों में पढ़ने वाले छात्रों को फालतू घूमते हुए या स्कूल और कॉलेज में अपने समय को पढ़ने के बजाय फालतू मटरगस्ती में खराब करते हैं. क्या उन मुर्ख छात्रों को यह पता नहीं हैं की वो सफलता से कोसो दूर जा रहे हैं. सिर्फ वो अपना कीमती समय उलटे सीधे और आवारा कामो में अपना समय ख़राब कर रहे हैं. दुनिया में सबसे कीमती अगर कोई हैं तो वो समय हैं.
 अगर समय की कीमत को कोई नहीं समझता हैं तो समय आपको कभी सफलता रूपी देवी के दर्शन नहीं करने देगा.  अब सफलता का माप दंड आपको कैसा लेना हैं यह आपके अंदरूनी विचारो और त्याग और विश्वाश  और धैर्य व् सफलता को पचाने  पर निर्भर करता। कुछ लोग छोटी सफलता पर खुश और संतुस्ट हो जाते। कुछ लोग नौकरी करके और लेकर अपने आप को सफल मानते हैं तो कुछ लोग किसी को नौकरी देकर अपने आप को सफल मानते हैं. कुछ जीवन भर बड़ी बड़ी सफलता प्राप्त करने के बाद भी संघर्ष में लगे रहते हैं. और कुछ छोटी सी सफलता मिलने के बाद अपने आप को दुनिया में सबसे बड़ा सफल मानते हैं. एक घर,शादी और अपने जीवन यापन और नौकरी को कुछ लोग दुनिया की सबसे बड़ी सफलता मानते हैं. लेकिन वही धीरू भाई अम्बानी को तूच लगी और वो बड़ी सफलता के लिए घर से निकल पड़े और आज आपके सस्मने रिलायंस जैसा चमचमाता सफल व्यापार  हैं जिसका मजा उनका परिवार ले रहा हैं.

दोस्तों जीवन में सफलता की अपनी अपनी परिभाषा हैं. एक ही कक्षा में पढ़ने वाले अलग अलग विद्यार्थी अपने जीवन में अलग अलग मुकाम तय करते हैं  यह उनके अंदरूनी विचारो और कार्यशैली का परिणाम हैं. एक विद्यार्थी अपने एक वर्ष के अध्ययन  कार्यकाल में शिक्षा  पर कितन गंभीर होता है इसका परिणाम हैं परीक्षा और प्रतिशत। 
   अतः  दोस्तों इस लेख का मुख्य मकसद हैं जीवन को सफल बनाने के लिए सदैव संघर्ष करते रहे जीवन में आप कुंदन बनकर अवश्य छलकेंगे यह मेरा दावा   हैं. 

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