Pages

Lo Padho

Sunday, June 16, 2019

Fathers Day

आज Fathers Day हैं. मतलब पिता का दिन. विदेश में आज लोग पिता के लिए Fathers Day का आयोजन मनाते  हैं.  Fathers Day का चलन भारत में तेजी से बढ़ रहा हैं. आज 16  जून को Fathers Day के रूप में मनाया जाता हैं. दोस्तों और युवा मित्रो क्या आपने कभी सोचा हैं की माँ के साथ साथ पिता का भी हमारे जीवन में कितना उपयोग और महत्व हैं.

  Father अर्थात पिता जिसके अंश से हमने इस दुनिया में हमने जन्म लिया और इस प्यारी धरती का हम भोग कर रहे हैं. हालाँकि हम सुखी हैं या दुखी हैं पिता अपना 100% हमे खुश और आराम देने में लगा देता हैं.

  कभी हमे अपने पिता को किसी से काम नहीं आंकना चाहिए क्योकि किसी महापुरुष ने कहा एक कहानी कही हैं जिसका कुछ सार में आपके सामने रखता हूँ.
 एक बार पिता अपने पुत्र के ऑफिस में यह सोच कर जाता हैं की मेरा पुत्र मेरे बारे में क्या सोचता हैं. जबकि मै पुत्र को ज्यादा सुविधा नहीं दे सका. जो भी सुख सुविधा बनायीं या हासिल की पुत्र ने अपने बल पर हासिल की हैं.  लेकिन आज मेरा पुत्र कितना आमिर हैं और कितनी बड़ी कंपनी का मालिक हैं और मुझे कितने बड़े बंगले में रखता हैं. और खुद अपनी कम्पनी में बड़े से ऑफिस में नोकरो और चाक्करो  के साथ आराम तलब और अच्छी जिंदगी जी रहा हैं.

  पिता अपने पुत्र के आलीशान कंपनी ऑफिस में प्रवेश करता हैं. तो पिता को वहा देख कर पुत्र फाटक से खड़ा होता हैं. पिता के पैर  छूकर  अपनी चेयर पर बैठ  जाता हैं. पिता अपने पुत्र के पीछे जाकर खड़ा होजाता हैं और पूछता हैं बेटा  इस दुनिया में सब बड़ा ताकतवर कौन. पुत्र बोला  मैं. पिता ने पुत्र के कंधे पर हाथ रख कर कहा की अब बताओ इस दुनिया में सबसे खुशनशीब कौन बेटा  बोलै मैं. पिता का चेहरा थोड़ा मुरझा गया और पिता फिर बोला  बेटा  ताकतवर  या पिता। बेटा  बोला  अभी तो मै  ताकतवर हूँ.

  पिता चुप चाप वापिस अपने घर की तरफ मुड़  गया और आँखों में आंसू निकल पड़े. जैसे ही पिता ऑफिस से बहार निकलता हैं. बेटा  तुरंत आगे बढ़ कर पिता को वापस ऑफिस में लाता  है और अपनी कुर्सी पर बैठता हैं. पिता को थोड़ा आशचर्य  होता हैं. और पुत्र से पूछता हैं की मैंने तुम्हे जो पूछा उस समय तूने जो जवाब दिया था क्या वो वास्तव में सही कहा. पुत्र ने कहा हां. जब आप मेरे पीछे खड़े थे तब मै  सबसे खुशनसीब था और जब आपने मेरे कंधे पर हाथ रखकर पूछा की दुनिया में सबसे ताकतवर कौन तो उस समय तो मै  ही  था था क्योकि आपका हाथ मेरे कंधे पर था. और जिसके पिता का हाथ पुत्र के कंधे पर हो और जो पिता सदैव पुत्र के पीछे खड़ा हो उस पुत्र से ताकतवर कौन हैं. पिता की आँखों से प्यार और सन्मान के आंसू एक साथ निकल पड़े.

 तो दोस्तों मेरे मानना हैं की पिता हमे दुनिया में अपनी हैसियत से जो कुछ भी दे वो हमारे लिए स्वर्ग से भी बड़ा हैं. पिता के द्वारा दिया गया रुखा सूखा भी छप्पन भोग से बढ़  कर हैं. इसलिए आप अपने जीवन में किसी भी मुकाम पर पहुँच जाओ. पिता को सन्मान अवश्य देना। क्योकि पिता अपने बच्चो को जीवन  में वो हर ख़ुशी देना चाहता  हैं जो उसकी हैसियत में हैं. पिता हैसियत से नहीं उससे भी बढ़कर हैं.  इस लिए इस Fathers Day पर आप सभी अपने पिता चरण छू कर और जिनके पिता नहीं हैं अपने दिल से आत्मा से आसमान की तरफ देख कर एक बार अपना मस्तक पिता के सन्मान में अवश्य झुकाये। अपने शहर,गांव या मोहल्ले में आज पिता के सन्मान में आयोजन अवश्य करे. 

No comments:

Post a Comment